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Showing posts from February, 2018

arkvanshi suryvanshi kshatriya

सूर्यवंश /अर्कवंश  का संक्षिप्त परिचय कुक्षि के कुल में भरत से आगे चलकर, सगर, भागीरथ, रघु, अम्बरीष, ययाति, नाभाग, दशरथ और भगवान राम हुए। उक्त सभी ने अयोध्या पर राज्य किया। पहले अयोध्या भारतवर्ष की राजधानी हुआ करती थी बाद में हस्तीनापुर हो गई।इक्ष्वाकु के दूसरे पुत्र निमि मिथिला के राजा थे। इसी इक्ष्वाकु वंश में बहुत आगे चलकर राजा जनक हुए। राजा निमि के गुरु थे- ऋषि वसिष्ठ। निमि जैन धर्म के 21वें तीर्थंकर बनें।इस तरह से यह वंश परम्परा चलते-चलते हरिश्चन्द्र रोहित, वृष, बाहु और सगर तक पहुंची। राजा सगर के दो स्त्रियां थीं-प्रभा और भानुमति। प्रभा ने और्वाग्नि से साठ हजार पुत्र और भानुमति केवल एक पुत्र की प्राप्ति की जिसका नाम असमंजस था।असमंज के पुत्र अंशुमान तथा अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए। दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए। भगीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतार था। भगीरथ के पुत्र ककुत्स्थ और ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए। रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया। तब राम के कुल को रघुकुल भी कहा जाता है।रघु कुल : सूर्य वशं को आगे बढ़ाया रघु कुल ने। रघु ...

अर्कवंशी"सूर्यवंशी"क्षत्रिय

हिन्दू धर्मशास्त्रो एवं हिन्दूजाति निर्णय के अन्वेषणकर्ता श्रोत्रिय पंडित छोटेलाल शर्मा, जिन्हे तत्कालीन भारत सरकार ने इस कार्य के लिये सन् 1901 में नियुक्त किया था, ने अपनी खोज और शोध को एक ग्रन्थ के रूप् में सन् 1928 में प्रकाशित किया था । इस ग्रन्थ में उत्तर-प्रदेष (तत्कालीन युक्त प्रदेश) के अन्दर विद्यामान समस्त जाति-धर्म के लोगों के बारे सप्रमाणित उल्लेख किया गया था । इस पुस्तक में अर्कवंशी क्षत्रियों के बारे में शर्मा जी कहते हैं- “यह एक कृषि करने वाली जाति है। विषेश रूप से ये लोग अवध में है परन्तु युक्त प्रदेश में भी कही-कही पाये जाते है । इस जाति की उत्पत्ति विषयक अन्वेषण करने से ऐसा निश्चय हुआ है कि अर्क नाम सूर्य और वंश नाम संतति अर्थात जो सूर्यवंशी थे वो लोग ही अर्कवंशी कहलाये गये। जिन सूर्यवंशियो के राज्य व धनबल रहा वे सूर्यवंशी राजपूत कहाते रहै और जिन्हे विपत्तिवश प्राणरक्षार्थ इधर-उधर भागना पड़ा वे विचारे कृषि आदि के धन्धे मे लगकर कही अर्कवंशी और कही अरक और अरख कहाने लगे । इतिहासो से पता चलता है कि हरदोई जिले में किसी समय इनका प्रभुत्व था ।“ मुरादाबाद निवासी वि...

ओमकार सिंह अर्कवंशी मल्लावां हरदोई

ओमकार सिंह